आंध्र के सबसे पिछड़े इलाके में नवजात शिशु के लिए दुर्लभ इलाज

आंध्र के सबसे पिछड़े इलाके में नवजात शिशु के लिए दुर्लभ इलाज

Rare treatment for newborn in Andhra

Rare treatment for newborn in Andhra

जन्म के समय 1 किलो से कम वजन वाला 65 बच्चों कासास की स्वास्थ्य केंद्र मेंभर्ती हुए *

अमरावती : Rare treatment for newborn in Andhra: (आंध्र प्रदेश) राज्य केअल्लूरी सीताराम राजू जिलाके चिंतूर मंडल एरिया अस्पताल के डॉक्टरों ने कम वजन वाले नवजात शिशु का 80 दिनों तक इलाज कर मांताओं की आंखों में खुशी भर दी है । अल्लूरी सीतारामराजू जिले के वीआर पुरम मंडल के दारापल्ली की सात महीने की गर्भवती एंडेला सुभद्रा को 3 जून को पेट दर्द के साथ चिंतूर  मैं स्थित मंडल मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया और जिसने एक बच्चे को जन्म दिया। अस्पताल अधीक्षक डॉ. कोटिरेड्डी और एसएनसीयू स्टाफ ने देखा कि बच्चे का जन्म के समय वजन 1 किलो से कम था और बच्चे की हालत जानलेवा थी। 

      विकसित हो पिछली सरकार हर मंडल मुख्यालय मेंबहुत ही उम्दा किस्म कास्वास्थ्य चिकित्सालय बनवाया जिसमें सारे उपकरण स-र से लेकरहर छोटी सीटेस्टिंग की भी उपलब्धता कराई जिसके चलतेअधिकतर लोगशासकीय चिकित्सालय की ओर आकर्षित होकर स्वास्थ्य प्राप्त कर रहे हैं

        इसी क्रम में छोटे बच्चों के चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. हर्षा और डॉ. उमर ने 80 दिनों तक लाखों रुपये की लागत से निशुल्क इलाज किया। इससे बच्चा 2.8 किलो का हो गया। शुक्रवार को बच्चे को मां सुभा द्र को सौंप दिया गया। 

क्षेत्रीय स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. कोटिरेड्डी ने कहा इस बीच हमारे स्वास्थ्य केंद्र में लगभग इस साल 65 कम वजन वाले बच्चों को वजन बढ़ाने की स्वास्थ्यवर्धक दवा दी जा रही है क्योंकि इस पूरे राज्य में सबसे पिछड़ा इलाका आदिवासी इलाका और पहाड़ी इलाका हैयहां के अधिकतर आदिवासीकुपोषण के वजह सेस्वास्थ्यवर्धक भोजन समय पर नहीं खाते हैंजिसके चलतेउनके बच्चेनवजात शिशुओं का अधिकतर वजन कम होता हैऔर अस्वस्थ रहते हैंहम लोग इस प्रोजेक्ट को महत्वपूर्ण सेलेकरगांव-गांव में ग्रामीणों को जागरुक करते हुए स्वास्थ्य प्रदान कर रहे हैं कहा।

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